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यस आई एम— 24









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हर बार की तरह लड़की खुद से ही बातें करने लगी। "आप लोग सोच रहे होंगे कि मैं यहां पर अचानक से कहां से और कैसे टफ पड़ी, टपकी भी तो सीधा हॉस्पिटल में वो भी एक नर्स को बेहोश करते हुए। उस नर्स को बेहोश करने के लिए ना जाने मैंने क्या क्या किया, आप लोगों को कहां मालूम है वो भी उन दोनों पति पत्नी तक पहुंचने के लिए।" लड़की एक लंबी गहरी आह भरी। इस आह से ऐसा लग रहा था लड़की ने ये सब करने के लिए ना जाने कितनी मेहनत की है। आह भरने के बाद उसने आगे बोलना शुरू किया।







"मेरी इस हालत को देखकर आप लोगों के दिमाग में बहुत सारे सवाल आ रहे होंगे। आएंगे भी क्यों नही, जब मैंने काम ही ऐसे किए है जो किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देते है। अब सबसे पहले मैं आपको उन दोनों पति पत्नी के बारे में बताऊंगी कि मैंने उन लोगों के साथ क्या किया और उन लोगों तक पहुंचने के लिए मुझे कितने पापड़ बेलने पड़े। इसके अलावा वह दोनों पति पत्नी कौन है और मै उन दोनों के पीछे क्यों पड़ी हुई हूं।" इतना बोलने के बाद लड़की ने अपनी बात में कुछ देर के लिए विराम लगाया और उसके बाद अपने सपाट भाव वाले तरीके से बोलना जारी रखा।







"सबसे पहले आपको मै इस सवाल का जवाब देती हूं कि मैंने उन लोगों के साथ क्या किया। तो ध्यान से सुनिये मैने उन दोनों पति पत्नी के शरीर में सुई को इंजेक्ट किया है। सुनने में हैरानी हो रही होंगी है ना! सुई को किसी के शरीर में कैसे इंजेक्ट किया जाता और उसकी वजह से क्या होता है। अगर किसी के शरीर में सुई जैसी कोई नुकीली या धारदार वस्तु चुभ जाए और किसी वजह से या फिर जाने अनजाने में वह सुई शरीर के अंदर ही रह जाए तो ऐसी स्थिति में वह सुई धीरे धीरे उस इंसान के शरीर में ऊपर की तरफ गति करने लगती है मतलब ऊपर की ओर बढ़ने लगती है और आखिर में दिल के पास पहुंच जाती है। दिल के पास पहुंचने के बाद वह दिल में छेद करने लगती है जिसके कुछ समय बाद उस इन्सान के दिल में छेद हो जाता है जिसकी वजह से उसकी सीधी मौत ही होती है। सुई के शरीर में जाने के बाद कुछ बार तो पता चल जाता है पर कुछ बार पता नही चल पता। पता चलने का एक ही तरीका है कि इन्सान को अपने हाथ या फिर जिस हिस्से में वह सुई चुभी है , उस हिस्से में चुभन होने लगती है और इसके बाद डॉक्टर को दिखाने के बाद चीरा लगा कर या फिर ऑपरेशन करने के बाद उस सुई को निकाल दिया जाता है। पर अगर पता ही नही चले तो मौत पक्की है। तभी तो मैने उन दोनों पति पत्नी को पहले ही बोल दिया कि अगर चुभन हुई भी तो यह सिर्फ दवाई का साइडइफैक्ट होगा बाकि कुछ नही। डॉक्टर और वकील की बात तो हर कोई मानता है। डॉक्टर की तो इस लिए क्योंकि डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया हुआ है और वह लोगों की जान भी तो बचाता है। इसके अलावा एक डॉक्टर को मैडिकल फिल्ड की जानकारी आम लोगों से बहुत अधिक होती है, तो इस वजह से वें लोग मेरी बात को जरूर मानेंगे, ना मानने वाला तो सवाल ही पैदा नही होता। अब उन दोनों पति पत्नी की मौत निश्चित है और किसी को पता भी नही चलेगा कि मौत कैसे हुई। यह मर्डर था या फिर कोई एक्सीडेंट।" वह लड़की इन बातों को इस तरीके से एक्सप्लेन कर रही थी ना जाने उसने कौन सा महान काम किया था।







"खूनी के बारे में मतलब मेरे बारे में नर्स भी तो बता सकती है। उसके द्वारा भी तो मेरे बारे में पता चल सकता है। मै फंस भी सकती हूं और मुझे जेल भी हो सकती है। मै इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकती हूं। क्या लगता है मैं दोबारा फिर से कैद हो जाऊंगी।" वह लड़की खुद से ही सवाल कर रही थी और खुद ही उन सवालों के जवाब भी दे रही थी।







"नही! ऐसा कुछ भी नही होने वाला। ना ही कोई ऐसा सुराख मिलेगा जिसकी वजह से मै पकड़ी जाऊं। मैने सब कुछ प्लानिंग के साथ किया है तो फिर पकड़े जाने का कोई डर ही नही। एक बार को तो प्रोफेशनल किलर भी खून करते टाइम सुराख छोड़ देता है, पर मैने तो वे भी नही छोड़े और अगर गलती से कोई सुराख रह भी गया होगा तो उनकी वजह से मुझ तक पहुंचना या फिर शक होना लगभग नामुमकिन सा ही है। फिर मैं पकड़े जाने की टेंशन ही क्यों लूं।" लड़की अपनी एक एक बात को पूरे विश्वास के साथ बोल रही थी।







"क्यों, कब, कैसे और किसलिए आपको अपने सब सवालों के जवाब मिल जाएंगे, कैसे ? ऑफकोर्स मैं जवाब दूंगी। सबसे पहले तो वें कौन लोग थे जिनको मैं इतनी बेरहमी से मारना चाहती हूं। वें लोग कोई ओर नही बल्कि मेरे मम्मी पापा है, जिनकी वजह से मै इतने सालों तक कैद में रही। इन लोगों की वजह से ही मुझे इतनी मेहनत करनी पड़ी। क्या क्या करना पड़ता है किसी को मारने के लिए कोई सोच भी नहीं सकता।" वह लड़की ठंडी सांस छोड़ते हुए बोली और कुछ देर शांत रहने के बाद अपनी बातों का सिलसिला जारी रखते हुए बोली।





"मै इन लोगों तक कैसे पहुंची। इसमें इतना सोचने वाली भी कौन सी बात है? जब मुझे इतनी सारी बात याद रही तो क्या मैं अपने घर का पता ही भूल जाती, नही ना। वहां से जाने के बाद मैंने सीधा अपने घर को ढूंढने का फैसला किया और कुछ दिन बाद शहर में इधर उधर भटकने के बाद मैने अपना घर ढुंढ ही लिया। इसके बाद जिस रेस्टोरेंट में मेरे मम्मी पापा अक्सर खाना खाया करते थे, मैंने उसी रेस्टोरेंट में जॉब करने के फैसला लिया क्योंकि इस बात के भी दो फायदे थे। पहला फायदा यह कि रेस्टोरेंट में काम करने से मेरी कमाई हो जाएंगी। जब इन्सान के पास पैसा होता है तो उसे किसी चीज की भी जरूरत नहीं रहती। दूसरा कारण मेरे मम्मी पापा अक्सर यहां पर आते रहते है जिसकी वजह से मुझे उन दोनों के ऊपर नजर रखने में भी आसानी होगी। अब बाकि की बातें मतलब की पूरा का पूरा फ्लैश बैक डिटेल में बताऊंगी। इस तरीके से सब कुछ डिटेल में पता चल जायेगा और सुनने वालों को भी बोरियत नहीं होंगी। वरना वे लोग तो मुझे सुनते सुनते ही पक गए होंगे और मैं नही चाहती कि ऐसा कुछ हो।"





उस लड़की ने इतनी बात कही और वह वहां से चल दी और चलते चलते अपने पुराने किए गए कामों के बारे में सोचने लगी।




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To be continued........


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1 Comments

Arshi khan

21-Dec-2021 05:07 PM

जबरदस्त प्लानिंग .

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